गुरूग्राम 28 मार्च।जिला में जो स्वयंसेवी संस्थाएं तथा लोग जरूरतमंदो को खाद्य पदार्थों की आपूर्ति तथा वितरण कार्य में सहयोग करना चाहते हैं वे ई-मेल पते तथा हेल्पलाइन नंबरों के माध्यम से संपर्क कर अपना सहयोग दे सकते हैं।इस बारे में जानकारी देते हुए उपायुक्त अमित खत्री ने बताया कि जिला प्रशासन से कई संस्थाओं व लोगों द्वारा संपर्क किया जा रहा है जिसमें वे जरूरतमंद लोगों की मदद करने की इच्छा जाहिर कर रहे हैं। जिला प्रशासन ऐसे लोगों का स्वागत करता है। उन्होंने कहा कि इच्छुक संस्थाएं व व्यक्ति जिला प्रशासन के ईमेल पते covid19gurugram@gmail.com पर मेल करके अपना विवरण भेज सकते हैं। इसके अलावा वे उपायुक्त गुरुग्राम के ट्विटर हैंडल पर #foodforgurugram के साथ ट्वीट कर सकता है। उन्होंने बताया कि लोगो द्वारा हेल्पलाइन नंबर 98 1146 0470 तथा 94163 10026 पर भी संपर्क किया जा सकता है। उन्होंने आमजन से अपील करते हुए कहा कि लोग खुद से खाद्य सामग्री ना बाटे बल्कि जिला प्रशासन के साथ एकजुट होकर काम करें ताकि खाद्य सामग्री को व्यवस्थित तरीके से जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जा सके। उन्होंने कहा कि यदि लोग स्वयं से खाद्य सामग्री बांटते हैं तो उससे संक्रमण फैल सकता है। जिला प्रशासन द्वारा जरूरतमंद लोगों तक खाद्य सामग्री पहुंचाने की व्यवस्था बनाई गई है जिसमें कुछ डूज एंड डोंटस निर्धारित किए गए हैं और उसी अनुरूप लोगों तक यह खाद्य सामग्री पहुंचाई जाती है।
उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन संस्थाओं से प्राप्त होने वाली खाद्य सामग्री या भोजन के पैकेट को सैनिटाइज करता है। इसके बाद स्वयं सेवकों को चुना जाता है जिनके माध्यम से यह खाद्य सामग्री गरीब लोगों तक पहुंचाई जाती है। जिला प्रशासन द्वारा इन स्वयंसेवकों की पहले ट्रेनिंग करवाई जाती है कि उन्हें खाद्य सामग्री पहुंचाते समय क्या-क्या सावधानियां बरतनी है। खाद्य सामग्री पहुंचाते हुए दूषित करण और भीड़ से बचने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सावधानी बरती जाती है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को ऐसे स्थानों की सूचना हेल्पलाइन नंबरों के माध्यम से मिलती रहती है जिससे जरूरतमंद लोगों की पहचान कर उन्हें खाद्य सामग्री पहुंचाई जाती है।
उन्होंने जिलावासियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि वे बढ़-चढ़कर जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं और एकजुटता का परिचय देते हुए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि जिला में कोई भी व्यक्ति खाली पेट ना सोए और उसे भोजन मिलता रहे। उन्होंने कहा यह हमारा सामाजिक व नैतिक उत्तरदायित्व है कि हम ऐसे लोगों की मदद करने के लिए एक साथ प्रयास करें।