फरीदाबाद। हरियाणा में व्यवस्था परिवर्तन के कारण राजनैतिक बदलाव ही नहीं, बल्कि सामाजिक बदलाव भी हुए है। इस सकारात्मक बदलाव में प्रदेश का युवा किसी से पीछे नहीं रहना चाहता। इसलिए प्रदेश के युवाओं ने गैर—राजनैतिक संगठन “यूथ फॉर न्यू हरियाणा” का गठन किया गया है। कुरूक्षेत्र निवासी रमेश शास्त्री को चेयरमैन, होडल निवासी दामोदर भारद्वाज को प्रदेश अध्यक्ष और सुनील कबीरा(सिरसा) को प्रदेश महासचिव बनाया गया है। जबकि फरीदाबाद निवासी विमल खंडेलवाल को प्रदेश उपाध्यक्ष, होडल निवासी गजेंद्र वैष्णव को प्रदेश सोशल मीडिया सहप्रभारी, प्राध्यापक सुशील कुमार, मनीष टोंगर और सुनील कावरां को प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मनोनित किया गया है।
नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष दामोदर भारद्वाज और उपाध्यक्ष विमल खंडेलवाल ने बताया कि विगत पांच साल में प्रदेश की जातिगत, परिवारवाद राजनीति ही नहीं, अपितु सामाजिक स्तर पर भी बदलाव हुए है। चाहे बात प्रदेश के समान विकास की बात हो या सरकारी भर्तियों में आई पारदर्शिता। आज हर क्षेत्र में प्रदेश ने विकास किया है। निश्चिततौर पर इस बदलाव का श्रेय वर्तमान हरियाणा सरकार और उसके मुखिया मुख्यमंत्री मनोहरलाल को जाता है। जिनके नेतृत्व में सरकार ने हर वर्ग को सुदृढ़, स्वाभलंबी बनाने के लिए तरह-तरह की योजनाएं बनाई। पहली बार प्रदेश में सरकारी नौकरी की भर्तियां राजनैतिक चंगुल से मुक्त होकर पारदर्शी और मेरिट के आधार पर हो रही है। 65 हजार से ज्यादा भर्तियां होने के कारण प्रदेश का युवाओं ईमानदार व्यवस्था का समर्थक बन गया है। वह चाहता है कि सरकारी नौकरियों में यह व्यवस्था सदा बनी रहे। प्रदेश की बेटियां व महिलाएं स्वयं को सुरक्षित महसूस कर रही है। पहली बार किसी सरकार ने कन्या भ्रूण हत्या पर ध्यान दिया, जिससे प्रदेश के माथे पर लगा कन्या भ्रूण हत्या का कंलक सदा—सदा के लिए धूल गया। बीते साढ़े चार साल में प्रदेश में 50 हजार से अधिक बेटियों ने जन्म लिया। पंचायतों में शैक्षणिक योग्यता लागू करने से सरकार ने पढे—लिखे युवाओं को मौका दिया। प्रदेश में पहली बार 1245 बेटियों को “सरपंच” बनने का सौभाग्य मिला। 14 साल से कम उम्र की बेटी के साथ बलात्कार जैसे जघन्य अपराध पर फांसी का प्रावधान का युवा खुले मन से स्वागत करते है। गर्व की बात है कि प्रदेश में अब बेटियां बस कंडक्टर, आटो चालक और बिजली सब-स्टेशन चला रही है। मनोहर सरकार की अगुवाई में प्रदेश का आधारभूत ढांचा मजबूत हुआ है। केएमपी, मेट्रो, नई रेलवे लाइन और नई सडकों के निर्माण से प्रदेश में रोजगार की संभावना बढी है। हैपनिंग हरियाणा जैसे कार्यक्रमों के लिए जरिये प्रदेश की साख विदेश में बढी है। “यूथ फॉर न्यू हरियाणा” इस बदलाव में अपनी सकारात्मक भूमिका का निर्वाह करेगा। ताकि आगामी पीढी को एक नया हरियाणा मिल सकें। जो वंशवाद, जातिवाद, परिवाररवाद, क्षेत्रवाद से दूर हो।
नवनियुक्त प्रदेश महासचिव सुनील कबीरा ने बताया कि जुलाई माह में उनका संगठन प्रदेश स्तर पर पौधारोपण अभियान चलाएगा। इसके अलावा विधानसभा वाइज बैठकें कर नए हरियाणा की परिकल्पना विषय पर विचार—गोष्ठियों का आयोजन करेगा।