संयुक्त राष्ट्र: सूडान में सैन्य शासन के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा बलों द्वारा बल प्रयोग में 30 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई आज संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद सूडान संकट को लेकर बैठक करेगा। राजनयिकों के मुताबिक ब्रिटेन और जर्मनी ने सोमवार को बातचीत की पेशकश की थी।
सूडान में पिछले 7 महीनों से हिंसक प्रदर्शन और अशांति का दौर जारी है।सुरक्षा बलों द्वारा अत्यधिक बल प्रयोग किए जाने की संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने आलोचना की। गुतारेस ने एक बयान में कहा कि खारतूम के एक अस्पताल में सुरक्षा बलों द्वारा गोली चलाए जाने की घटना के बारे में सुनकर वह सकते में हैं। उन्होंने हिंसा के कारण हुई मौतों की स्वतंत्र जांच कराने की भी मांग की है।
प्रदर्शनकारियों के करीबी सूडानी डॉक्टरों की एक समिति ने बताया कि हिंसा में 30 से ज्यादा लोग मारे गए हैं जबकि दर्जनों लोग घायल हुए हैं। पिछले कई सप्ताह से सूडान में सैन्य कार्यालय के सामने हजारों लोग प्रदर्शन के लिए इकट्ठा हैं। सोमवार को प्रदर्शनकारियों को भगाने के लिए सैन्य बलों ने गोलीबारी की। इस हिंसक गोलीबारी में 100 से अधिक लोग घायल होगए।
सूडान में पिछले साल दिसंबर से ही प्रदर्शनों का दौर जारी है। इन प्रदर्शनों का नतीजा हुआ कि 11 अप्रैल 2019 में सूडान में एक बड़े बदलाव के तौर तख्तापलट हुआ। 30 साल से अधिक वक्त से सूडान की सत्ता पर काबिज पूर्व राष्ट्रपति उमर अल बशीर को आखिरकार पद छोड़ना पड़ा। इसके बाद सेना ने 2 साल के लिए देश की सत्ता अपने हाथों में लेने और उसके बाद लोकतांत्रिक व्यवस्था बहाल करने की बात कही। हालांकि, सूडान में सेना को हटाकर लोकतंत्र बहाल कराने के लिए प्रदर्शन जारी हैं।