फरीदाबाद: मानव रचना इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन सेंटर की ओर से तीन दिवसीय आंत्रप्रन्योरशिप अवेयरनेस कैंप का आयोजन किया गया है। तीन दिवसीय कैंप में छात्रों को एक्सपर्ट्स की ओर से आंत्रप्रन्योरशिप के लिए टिप्स दिए जाएंगे। एक्सपर्ट और मोबी क्वेस्ट के एग्जीक्यूटिव वीपी चंद्रशेखर ने छात्रों को उद्यमिता के जनरल कॉन्सेप्ट्स के बारे में समझाया। उन्होंने कहा कि, जिस तरह एक छोटा बच्चा पहली बार चलता है वह कई बार गिरता है, फिर वह थक जाता है और कुछ दिन बाद वह ठीक से चलता है और फिर दौड़ता है। आंत्रप्रन्योरशिप भी कुछ है ही है, कई बार दस कदम आगे जाकर चार कदम पीछे भी आना पड़ता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है उसे छोड़ दिया जाए। उन्होंने कहा आंत्रप्रन्योरशिप की शुरुआत करने के लिए विजन क्लीयर होना चाहिए।
इस मौके पर मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के उपाध्यक्ष डॉ. अमित भल्ला ने सभी छात्रों का कैंपस में स्वागत किया। उन्होंने कहा हर आंत्रप्रन्योर को अपने आइडिया पर विश्वास करना चाहिए, साथ ही अपनी कॉम्पीटीटर्स से सीखना चाहिए। डॉ. अमित भल्ला ने कहा, कोई भी छात्र जो एक स्टार्ट-अप की शुरुआत करना चाहता है, वह यहां आकर अपना आइडिया शेयर कर सकता है। यहां का ई-सेल उन छात्रों की मदद करेगा।
आंत्रप्रन्योरशिप अवेयरनेस कैंप में MRIIRS के वीसी डॉ. एनसी वाधवा, MRU के वीसी डॉ. संजय श्रीवास्तव, प्रो-वीसी मीनाक्षी खुराना, MRIIC की चीफ कॉर्डिनेटर मोनिका गोयल, राजेंद्र अरोड़ा, करण नरूला समेत कई वरिष्ठ लोग मौजूद रहे।