नई दिल्ली| अपने करियर में कितनी बार हम अवसर से चूक जाते हैं, क्योंकि हम किसी चीज के लिए कभी खड़े नहीं हुए? कितनी बार हम अपनी उम्र, शिक्षा, योग्यताओं, अनुभवों और उन सभी अन्य चीजों पर, जो हमें छोटा और अधूरा महसूस करवाती हैं, सवाल करते हैं? हम सब बराबर पैदा हुए हैं। यह विचार की समानता और निडरता की भावना है जो सारा अंतर पैदा करती है। यहां नीचे कुछ ऐसी युक्तियां बताई गई हैं, जिनका हम अपने करियर और जीवन को सार्थक बनाने के लिए प्रयोग कर सकते हैं बीते दिनों स्वीडन की ग्रेटा थुनबर्ग नामक लड़की ने विश्व जलवायु सम्मेलन में, जहां पूरे विश्व के नेता वैश्विक पर्यावरणीय मुद्दों का निवारण करने के लिए इकट्ठा हुए थे, अपने भाषण से तहलका मचा दिया था। ग्रेटा जो सिर्फ सोलह साल की हैं, ने अपने जोशीले भाषण में विश्व के नेताओं से सवाल किया ‘आपकी हिम्मत कैसे हुई’ और यह वीडियो इंटरनेट पर भी खूब वायरल हुआ। उसका यह शक्तिशाली भाषण पूरे विश्व में अखबारों की सुर्खियां बन चुका है। यह शब्दों और स्वतंत्र विचारों की वह शक्ति है जो हमारे पास मौजूद है।