अफगानिस्तान में तालिबानी युग की शुरुआत होने के बाद से ही वहां स्थिति भयावह बनी हुई है. लोग बिना सामान लिए ही देश छोड़कर भाग रहे हैं. काबुल एयरपोर्ट पर भी भारी भीड़ जमा हो गई है, जिसे काबू करने के लिए कमर्शियल फ्लाइट्स को बंद करने का ऐलान किया गया है. इसके बाद लोग रनवे पर बैठ गए हैं और यूएस आर्मी के विमान में घुसने की कोशिश कर रहे हैं. कुछ लोग विमान के निचले हिस्से में बैठ गए थे. लेकिन जैसे ही विमान हवा में पहुंचा दो लोग नीचे जमीन पर आ गिरेजल्द से जल्द अफगान छोड़कर दूसरे देश जाने की कोशिशों के बीच काबुल एयरपोर्ट पर कम से कम 8 लोगों की मौत हो गई है. बताया जा रहा है कि यूएस आर्मी ने हामिद करजई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हवा में गोलियां चलाईं ताकि सैकड़ों लोगों को अफगानिस्तान के एयर रूट्स पर कब्जा करने से रोका जा सके. हालांकि ये स्पष्ट नहीं है कि इन लोगों की मौत गोलियां लगने से हुई है या भगदड़ की वजह से अफगानिस्तान में तालिबान ने देश में शांति का नया युग लाने का वादा किया है, लेकिन अफगाान इससे आश्वस्त नहीं है और उनके दिलों में तालिबान का पुराना बर्बर शासन लौटने का भय है। जिन लोगों को तालिबान का शासन याद है और जो लोग तालिबान के कब्जे वाले इलाकों में रह चुके हैं वे तालिबान के भय से वाकिफ हैं। जिन इलाकों में तालिबान ने हाल में कब्जा किया है वहां सरकारी कार्यालय, दुकानें, स्कूल आदि अब भी बंद हैं और नागरिक छिपे हुए हैं या फिर राजधानी काबुल जा रहे हैं