फरीदाबाद: सूरजकुंड हस्तलिपि मेले में शनिवार को लोगों ने परिवार साहित जमकर खरीदारी व भारत के विभिन्न प्रांतों के अलग अलग व्योजनों का लुत्फ उठााया। किसी ने दिल्ली की चटपटी चाट का मजा लिया तो किसी ने गोहाना की जलेबी व छोले भठूरे भाए। विभिन्न्न कॉलेजों व स्कूलों के छात्रों के साथ हजारों लोगों ने भी राजस्थानी, मद्रासी, बॉम्बे भेलपूरी, पंजाबी तडक़ा दाल, बाजरे की रोटी, सरसों का साग, लस्सी, दिल्ली का मशहूर नॉन कोरमा व गुजराती कड़ी का जायका चखा। इसके अलावा अलग अलग राज्यों के पेय प्रदार्थ, आचार, पापड़, कुल्फी, आइसक्रीम, राजस्थानी चाय, ढोकला, सांबर बड़ा, और भी अनेकों व्यंजन आकर्षण का केंद्र रहे और इन स्टालों पर जमकर भीड़ उमड़ी।
दिल्ली के करोलबाग से बच्चों सेहित मेले में पहुंचे दंपति अरूण व रेखा ने बताया कि सूरजकुंड मेले की यात्रा करके हमे बड़ा आंनद मिला। एक ही स्थान पर देश की संस्कृति से जुडें इतने सारे व्यंजन मिलने से बच्चें बहुत खुश हुए। उन्होंने कहा कि उन्हे अगले साल का बेसब्री से इंतजार रहेगा।
फरीदाबाद के कमल, रोहतक से पहुंचे रघुबीर, ज्ञान सिंह, रामकुमार, गुरूग्राम की निशा, अतुल, राहुल, प्रियंका आदि ने कहा कि सूरजकुंड मेला हम युवाओं के लिए अपनी सभ्यता व पंरपराओं से अवगत करवाता है। भारत से विभिन्न राज्यों के व्यंजनों का स्वाद, क्या कहें मजा आ गया।