मुंबई : बैंक्रप्टसी के एक मामले में अमेरिका जल्द ही भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के लंदन से प्रत्यर्पण की मांग कर सकता है। अधिकारियों का कहना है कि अगर ऐसा होता है, तो नीरव मोदी का भारत प्रत्यर्पण संभव नहीं हो पाएगा, क्योंकि अमेरिका में उसे सख्त सजा मिल सकती है। नीरव मोदी फिलहाल लंदन की एक जेल में बंद है।मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने बताया कि पंजाब नैशनल बैंक (PNB) के 13,500 करोड़ रुपये से अधिक का फर्जीवाड़ा करने वाले नीरव मोदी को पिछले सप्ताह अमेरिका में बेहद कठोर कानून रैकेटियर इंफ्लूएंस्ड ऐंड करप्ट ऑर्गनाइजेशन (रीको) ऐक्ट के तहत आरोपित किया गया है। उन्होंने बताया कि रीको ऐक्ट के तहत नीरव मोदी को 20 वर्षों तक की जेल हो सकती है। साथ ही, उसे अटॉर्नी फीस और भारत में प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग ऐक्ट (PMLA) तथा प्रीवेंशन ऑफ करप्शन ऐक्ट (PCA) के तहत लगने वाले जुर्माने से तीन गुना अधिक जुर्माना चुकाना पड़ सकता है।
पहचान जाहिर न करने की शर्त पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने हमारे सहयोगी इकनॉमिक टाइम्स से कहा, ‘हमें पता चला है कि अमेरिका भी नीरव मोदी के प्रत्यर्पण के लिए दावा कर सकता है और इसके लिए वह जल्द ही ब्रिटेन को पत्र लिखने वाला है, ताकि रीको ऐक्ट के तहत उसपर मुकदमा चलाया जा सके। हाल में एक अमेरिकी बैंक्रप्टसी कोर्ट ने उसे आरोपित किया है।’