नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने चंदा कोचर मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को निशाने पर लिया। उन्होंने सीबीआई को दुस्साहस से बचने और सिर्फ दोषियों पर ध्यान देने की नसीहत दी। जेटली ने यह टिप्पणी ऐसे समय की है जब एक ही दिन पहले सीबीआई ने आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व प्रमुख चंदा कोचर, उनके पति दीपक कोचर, विडियोकॉन के एमडी वेणुगोपाल धूत के खिलाफ FIR दर्ज किया था।
इसके अलावा जांच एजेंसी ने धोखाधड़ी के मामले में बैंकिंग क्षेत्र के के.वी. कामत व अन्य को पूछताछ के लिए नामजद किया है। अमेरिका में इलाज करा रहे जेटली ने ट्वीट किया कि भारत में दोषियों को सजा मिलने की बेहद खराब दर का एक कारण जांच और पेशेवर रवैये पर दुस्साहस एवं प्रशंसा पाने की आदत का हावी हो जाना है। जेटली ने कहा, ‘पेशेवर जांच और जांच के दुस्साहस में आधारभूत अंतर है।
हजारों किलोमीटर दूर बैठा मैं जब आईसीआईसीआई मामले में संभावित लक्ष्यों की सूची पढ़ता हूं तो एक ही बात दिमाग में आती है कि लक्ष्य पर ध्यान देने के बजाय अंतहीन यात्रा का रास्ता क्यों चुना जा रहा है? यदि हम बैंकिंग उद्योग से हर किसी को बिना सबूत के जांच में शामिल करने लगेंगे तो हम इससे क्या हासिल करने वाले हैं या वास्तव में नुकसान उठा रहे हैं।’