ओलंपिक क्वालीफायर से पहले भारतीय खिलाड़ियों को चुनिंदा टूर्नामेंटों में खेलना चाहिए: पूर्व कोच

0
419

नई दिल्ली: देश के पूर्व टेबल टेनिस कोच मासिमो कोन्सटेनटिनी ने भारतीय खिलाड़ियों को सलाह दी है कि वे 2020 तोक्यो ओलंपिक क्वालीफायर से पूर्व टूर्नामेंटों का चयन समझदारी से करें। इटली के इस कोच के मार्गदर्शन में भारत ने गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों और जकार्ता एशियाई खेलों में ऐतिहासिक प्रदर्शन किया। एशियाई खेलों में भारत ने टेबल टेनिस में पदक का 60 साल का इंतजार खत्म किया। कोन्सटेनटिनी ने हालांकि निजी कारणों से पिछले साल अपना अनुबंध नहीं बढ़ाने का फैसला किया। उनके जाने के बाद से भारतीय खिलाड़ी राष्ट्रीय कोच के बिना खेल रहे हैं। कोन्सटेनटिनी ने यहां अल्टीमेट टेबल टेनिस लीग के इतर कहा, ‘‘ओलंपिक हमेशा काफी विशेष होते हैं। मुझे लगता है कि आपको अपने मौकों का आकलन करना होगा और टूर्नामेंटों के प्रति संतुलित रवैया अपनाना होगा। जरूरत पड़ने पर टूर्नामेंटों से बाहर रहें। उन्हें फिटनेस और ट्रेनिंग की अच्छी योजना बनाने की जरूरत है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उन्हें प्रतियोगिताओं की संख्या और प्रदर्शन के बीच संयोजन बनाना होगा। उन्हें अपनी ट्रेनिंग योजनाओं को भी प्राथमिकता देनी होगी। उन्हें अब क्वालीफिकेशन चरण पर ध्यान देना चाहिए।’’ अंतरराष्ट्रीय टेबल टेनिस महासंघ के हाई परफोर्मेंस मैनेजर के रूप में काम कर रहे कोन्सटेनटिनी ने कोच नहीं होने के बावजूद भारतीय खिलाड़ियों के अच्छे प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘मार्गदर्शन की कमी मुख्य समस्या है। अकेला होना कमजोरी हो सकती है। खिलाड़ियों के लिए योजना, मार्गदर्शन और सहयोग काफी महत्वपूर्ण होता है। इसलिए मैं भारतीय खिलाड़ियों की सराहना करता हूं कि इसके बावजूद वे इतना अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। मानव (ठक्कर), जी साथियान और मनिका (बत्रा) काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।’’ कोन्सटेनटिनी ने साथ ही कहा कि दुनिया के 30वें नंबर के खिलाड़ी साथियान ओलंपिक क्वालीफायर में अपने प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी टक्कर देंगे और उनके पास ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने का शानदार मौका है। कोन्सटेनटिनी ने साथ ही खुलासा किया कि वह भारतीय खिलाड़ियों के संपर्क में हैं और वे किसी भी समय उनकी सलाह ले सकते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here