हॉन्ग कॉन्ग: हॉन्ग कॉन्ग में चीन को प्रत्यर्पण का अधिकार देने वाले विधेयक को भारी विरोध के बाद वापस ले लिया गया है। हॉन्ग कॉन्ग में हजारों लोग सड़कों पर उतरे थे और सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया था। अब शहर की शीर्ष नेता कैरी लाम ने मामले को सही ढंग से न संभाल पाने पर माफी मांगी है। कभी ब्रिटिश शासन के अधीन रहे हॉन्ग कॉन्ग में चीन को प्रत्यर्पण के अधिकार वाला बिल पेश किया गया था, जिस पर जनता सड़कों पर उतर आई थी।आंदोलनकर्ताओं के मुताबिक शहर की कुल 70 लाख की आबादी में से करीब 20 लाख लोग सड़कों पर उतर आए थे। पुलिस के मुताबिक मार्च में 3,38,000 प्रदर्शनकारी शामिल हुए थे। एक सप्ताह पहले करीब 10 लाख लोगों ने हॉन्ग कॉन्ग के चीन के साथ संबंधों की चिंताओं को लेकर आंदोलन किया था। हॉन्ग कॉन्ग पर 1997 से चीन का नियंत्रण है।
हालांकि अब भी प्रदर्शकारियों की मांग है कि हॉन्ग कॉन्ग की सीईओ कैरी लाम को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। शनिवार को लाम ने प्रत्यर्पण विधेयक को निलंबित कर दिया था, जिसमें चीन को यह अधिकार था कि वह किसी संदिग्ध का प्रत्यर्पण कर केस चला सके।
हॉन्ग कॉन्ग की सड़कों पर कई दिनों से प्रदर्शन हो रहे हैं। आलोचकों को डर है कि बीजिंग समर्थित इस कानून से लोग चीन के अपारदर्शी और राजनीतिक रूप से प्रभावित अदालतों में फसेंगे और इससे शहर की छवि को नुकसान होगा जो अब तक सुरक्षित व्यवसायिक केंद्र की रही है।