रजाई में मुंह ढंककर सोना हो सकता है हनिकारक

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सर्दियों के मौसम में रजाई के अंदर मुंह ढंककर सोने से कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। सोते हुए सिर को ढंककर सोना कई लोगों को आरामदायक लगता है। लेकिन बता दें कि सोते समय थोड़ी सी रजाई खुली रहने दें, जिससे ऑक्सिजन का प्रवाह बना रहे। जिन लोगों को अस्थमा, हृदय रोग और फेफड़ों की समस्या है वे लोग मुंह ढंककर बिलकुल न सोएं। इससे दम घुटने की समस्या हो सकती है।स्लीप ऐप्निया एक ऐसी स्थिति है जब सोते हुए सांस लेने में थोड़ी दिक्कत आने लगती है जिसकी वजह मोटापा और ओबेसिटी की समस्या हो सकती है। इसलिए सिर ढंककर सोने से बचना चाहिए।
स्लीप ऐप्निया एक ऐसी स्थिति है जब सोते हुए सांस लेने में थोड़ी दिक्कत आने लगती है जिसकी वजह मोटापा और ओबेसिटी की समस्या हो सकती है। इसलिए सिर ढंककर सोने से बचना चाहिए।एक रिसर्च के अनुसार सिर ढंककर सोने से ब्रेन डैमेज की समस्या भी हो सकती है। सोते समय सिर ढंकने से ऑक्‍सीजन की पूर्ति बाधक होती है जिससे अल्जाइमर और डिमेंशिया का खतरे बढ़ने की सम्‍भावना रहती है। इसल‍िए सोते समय सिर न ढंके।

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