पलवल, 25 अप्रैल। कोविड-19 वैश्विक महामारी के चलते लाकडाउन में किसी भी व्यक्ति को परेशानी न हो इसके लिए सरकार की ओर से हर जरूरतमंद को सहयोग प्रशासनिक स्तर पर किया जाएगा। पलवल के उपायुक्त नरेश नरवाल ने बताया कि वास्तविक रूप से जरूरतमंद लोगों की पहचान करने के लिए सर्वे का कार्य किया जा रहा है जिसमें अब तक पलवल जिला में करीब पांच हजार परिवारों का डाटा संबंधित साइट पर अपलोड कर दिया गया है। उपायुक्त शनिवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा ली गई वीडियो कांफ्रेंस में सरकार की ओर से दिए गए निर्देशों की अनुपालना करते हुए व्यापक जानकारी दे रहे थे। उन्होंने मुख्यमंत्री की ओर से दिए गए निर्देशों का क्रियांवयन प्रभावी ढंग से जिला में किए जाने का विश्वास दिलाया।
उपायुक्त नरेश नरवाल ने बताया कि पलवल जिला में कोविड-19 के तहत चल रहे लॉकडाउन में प्रभावित हो रहे लोगों की सहायता हेतु ग्राऊंड पर काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला के सभी उपमंडल पलवल, होडल व हथीन में 747 लोकल कमेटियां हाउसहोल्ड सर्वे में लगी है। जिनके ऊपर सैक्टर कमेटी व जोनल कमेटी भी बनाई गई हैं जिनके दिशा-निर्देशों पर सर्वे का कार्य किया जा रहा है। इस सर्वे के माध्यम से उन परिवारों की पहचान की जा रही है जिनके पास कोई राशन कार्ड नहीं है और किसी प्रकार की सरकार की सहायता प्राप्त नहीं हो। उन परिवारों को विशेष कूपन जारी किए जाएंगे ताकि वह अपने नजदीकी राशन डिपो से नि:शुल्क राशन प्राप्त कर सके। उन्होंने बताया कि पलवल जिला के हर जरूरतमंद परिवार को राशन उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन सजग है, ऐसे में जनसेवा की भावना से कार्य करने वाले अधिकारियो, कर्मचारियों व सामाजिक संगठनों को इन कमेटियों में शामिल किया गया है।
उपायुक्त ने वीडियो कांफ्रेंस के उपरांत संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि राशन वितरण का कार्य हर जरूरतमंद के घर तक पंहुचे, कोई भी इससे वंचित ना रहे लेकिन यह भी ध्यान रहे कि गलत लोग इसका फायदा ना उठा लें, उन पर भी नजर रखें। उन्होंने मुख्यमंत्री को बताया कि जिला में सूखे राशन का वितरण का कार्य चल रहा है। इससे पूर्व से ही शहर की विभिन्न संस्थाओं ने अभूतपूर्व कार्य किया है व भूखे लोगों को राशन व खाना उपलब्ध करवाया है जोकि अब भी जारी है।
इस अवसर पर एडीसी वत्सल वशिष्ठ, सीटीएम जितेंद्र कुमार, एसडीएम पलवल कंवर सिंह, डीआईओ डीपी कुलश्रेष्ठ, ईओ हरदीप सिंह सहित सभी बीडीपीओ मौजूद रहे।