कराची: हॉकी वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खेलने को लेकर छाई अनिश्चितताएं अब समाप्त हो गई हैं। एक क्रिकेट फ्रेंचाइजी के मालिक पैसे की तंगी से जूझ रहे पाकिस्तान हॉकी महासंघ (पीएचएफ) से प्रयोजक के तौर पर जुड़े हैं। पीएचएफ के सचिव शाहबाज अहमद ने सूचित किया कि पाकिस्तान सुपर लीग की फ्रेंचाइजी पेशावर जालमी के मालिक जावेद अफरीदी ने पीएचएफ के साथ बड़ा प्रायोजन करार किया है, जो 2020 तक चलेगा।
इमरान खान की अगुआई वाली सरकार ने हालांकि हॉकी के पाकिस्तान का राष्ट्रीय खेल होने के बावजूद रविवार तक कोई अनुदान नहीं दिया था। पीएचएफ सचिव ने कहा, ‘अब हमें सिर्फ अपने खिलाड़ियों और अधिकारियों के वीजा का इंतजार है।’ पीएचएफ ने देश के क्रिकेट बोर्ड पीसीबी ने भी ऋण मांगा था लेकिन इस मांग को सिरे से खारिज कर दिया गया।
इस प्रायोजन करार में सीनियर और जूनियर टीम के सभी अंतरराष्ट्रीय दौरों के अलावा घरेलू हॉकी भी शामिल है। शाहबाज ने कहा, ‘यह हमारे लिए बड़ी राहत की बात है।
पेशावर जालमी फ्रेंचाइजी के मालिक जावेद अफरीदी ने अपनी कंपनी हायर पाकिस्तान की ओर से पाकिस्तान हॉकी के साथ प्रायोजन करार किया है।
उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान टीम वर्ल्ड कप के लिए भारत जाएगी।’ शाहबाज ने हालांकि प्रायोजन राशि का खुलासा करने से इनकार कर दिया। हॉकी वर्ल्ड कप भुवनेश्वर में 28 नवंबर से 16 दिसंबर तक खेला जाएगा। पीएचएफ ने इससे पहले चेताया था कि अगर सरकार 8 करोड़ रुपये का अनुदान नहीं देती है, तो वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के प्रतिनिधित्व पर संकट आएगा।
शाहबाज ने कहा कि इस प्रायोजन करार के चलते पीएचएफ ना सिर्फ अपनी टीम को भारत भेज पाएगा बल्कि खिलाड़ियों की लंबित राशि का भुगतान भी कर पाएगा जिन्हें हाल में हुई एशियाई चैंपियन्स ट्रोफी और शिविर के लिए दैनिक भत्तों का भुगतान नहीं किया गया है।