पलवल, 05 मई। कोविड-19 वैश्विक महामारी से बचाव के लिए राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान अपनों से दूर एकाकी जीवन जीने वाले बुजुर्गों के लिए घर से बाहर निकलने पर संक्रमण का डर और बाजार जाकर दवा, स्वास्थ्य सेवा, फल, सब्जी, किरयाने का सामान या अन्य रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करना किसी चुनौती से कम नहीं है। इन दिनों लॉकडाउन के चलते दूसरे शहरों या देशों में बसे बच्चे अपने माता-पिता के पास नहीं लौट पा रहें और बुजुर्गों को इस घड़ी में रेडक्रास सोसायटी की एक पहल बड़ा सहारा बनी है। रेडक्रास वालंटियर्स अकेले रहने वाले बुजुर्गों की पहचान कर उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए नि:शुल्क सेवाएं देंगे।
पलवल शहर के बाली नगर में 72 वर्षीय ओमप्रकाश शर्मा अपनी धर्मपत्नी शीला देवी के साथ रहते हैं औक लॉकडाउन की वजह से देश के अन्य शहरों में बसे उनकी बेटी व बेटा पलवल तक नहीं पहुंच पा रहे। रेडक्रास वालंटियर सोमवार को शर्मा दंपत्ती के घर पहुंचे और उनका कुशल क्षेम जानते हुए घर व स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं की जानकारी ली। अब रेडक्रास वालंटियर सीधे इस परिवार के संपर्क में रहेंगे और घर की जरूररतों के साथ-साथ दवाओं आदि की सहायता करेंगे। इतना ही नहीं अगर चिकित्सीय परामर्श या जांच की आवश्यकता हुई तो भी यह वालंटियर सहयोगी के तौर पर काम करेंगे। ओमप्रकाश शर्मा व उनकी धर्मपत्नी शीला देवी ने भावुक होते हुए इस पहल की सराहना की और बताया कि लॉकडाउन में दवा व अन्य आवश्यक जरूरतों के लिए यह पहल बड़ा सहारा है।
जिला रेडक्रास सोसायटी के अध्यक्ष एवं उपायुक्त नरेश नरवाल ने भी इस पहल को प्रशंसनीय बताते हुए कहा कि पलवल जिला में सामाजिक संस्थाओं ने लॉकडाउन के दौरान सराहनीय कार्य किया है। रेडक्रास वालंटियर्स भी कोविड सेनानी की भूमिका निभाते हुए जागरुकता व अन्य आवश्यक कार्यों में सराहनीय योगदान दे रहे हैं। बैंकों में सोशल डिस्टेंस मेंटेन करने व फ्रंटलाइन वारियर्स तक हैंड सेनेटाइजर, साबुन, मास्क, गलव्स आदि पहुंचाने में भी इनका सराहनीय योगदान रहा है। बुजुर्गों की देखभाल के नेक कार्य में भी रेडक्रास सोसायटी का कार्य सराहनीय है।
जिला रेडक्रास सोसायटी के प्रशिक्षण अधिकारी महेश मलिक ने जानकारी देते हुए बताया कि रेडक्रास सोसायटी की चण्डीगढ़ शाखा के महासचिव डीआर शर्मा द्वारा अकेले रहने वाले बुजुर्गों की देखभाल संबंधी निर्देश प्राप्त हुए थे। जिला रेडक्रास सोसायटी के अध्यक्ष एवं उपायुक्त नरेश नरवाल के मार्गदर्शन में जिला में ऐसे ही अन्य परिवारों की पहचान की जा रही है। पलवल, होडल शहर व आस-पास के क्षेत्रों में अकेले रहने वाले 47 बुजुर्गों की पहचान कर ली गई है। रेडक्रास सोसायटी से जुड़े करीब 250 वालंटियर्स घर-घर जाकर इन बुजुर्गों के लिए सहारा साबित हो रहे हैं।