अक्सर डायबीटीज के मरीज ब्रेकफस्ट में भी ऐसी चीजें शामिल कर लेते हैं जिनके बारे में उन्हें आइडिया भी नहीं होता कि यह उनकी हेल्थ के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। हम बता रहे हैं ऐसे ही कुछ फूड्स के बारे में जिन्हें मधुमेह के मरीजों को नहीं खाना चाहिए।
क्या आप भी पैक्ड जूस पीते हैं? अगर हां तो इसका मतलब है कि आप रोज काफी ज्यादा मात्रा में सुबह-सुबह शुगर लेवल ले रहे हैं। दरअसल, पैक्ड जूस में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है, साथ ही में इसमें शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए जो चीजें डाली जाती हैं वह भी इंसुलिन लेवल पर असर डालती हैं, ऐसे में यह हेल्दी ड्रिंक हेल्दी नहीं रह जाते। बेहतर यही है कि आप फ्रेश फ्रूट्स खाएं या फिर घर पर ही इनका जूस निकालें।खाने में मौजूद अनसैचुरेटिड फैटी ऐसिड को स्टेबल करने के लिए उसमें हाइड्रोजन मिलाया जाता है जिससे ट्रांस फैट बनता है। यह सेहत के लिए नुकसानदेह होते हैं। यह फैट पीनट बटर, ब्रेड स्प्रेड्स, क्रीम्स और फ्रोजन फूड्स में पाए जाते हैं। ट्रांस फैट शरीर में जलन की परेशानी बढ़ाते हैं, बेली फैट बढ़ाते हैं, इंसुलिन को प्रभावित करते हैं और हेल्दी कोलेस्ट्रॉल लेवल को गिराते हैं जो डायबीटीज के मरीज को दिल की बीमारी के करीब ले जाते हैं।वाइट ब्रेड, पास्ता और चावल हाई कार्ब प्रोसेस्ड फूड होते हैं। टाइप 1 और टाइप 2 डायबीटीज से पीड़ित लोगों में ये चीजें तेजी से ब्लड शुगर लेवल बढ़ाती हैं। इतना ही नहीं एक स्टडी में सामने आया था कि इस कार्ब के कारण दिमाग के फंक्शन पर भी बुरा असर पड़ता है।
प्लेन दही की जगह अगर आपको सुबह-सुबह फ्लेवर वाला दही खाना पसंद है तो आपको ऐसा करना बंद कर देना चाहिए। दरअसल, फ्लेवर वाले दही को आमतौर पर नॉन-फैट और लो-फैट मिल्क से बनाया जाता है और इसमें कार्ब्स व शुगर मौजूद होते हैं। इस तरह के एक कप दही में करीब 47 ग्राम शुगर होती है जो किसी भी तरह से डायबीटीज के मरीज के लिए अच्छी नहीं है।