बीपी करना है कंट्रोल तो करें ऐरोबिक्‍स

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ऐरोबिक्स ऐसी एक्सर्साइज है जिसमें शरीर की मसल्स से लेकर सभी अंग एक साथ काम करते हैं और खून का प्रवाह सुधारने के साथ ही सेहत को बूस्ट करते हैं। इस एक्सर्साइज से शरीर में ज्यादा ऑक्सिजन जाती है, जो लंग्स को भी मजबूती देती है।

ऐरोबिक्स के फायदे
बनाए दिल की सेहत
ऐरोबिक्स से दिल के पंप करने की क्रिया पर पॉजिटिव असर पड़ता है। ऑक्सिजन फ्लो और ब्लड फ्लो सुधरता है जो शरीर को कई तरह की परेशानियों से बचाता है। रेग्युलर ऐरोबिक्स से दिल के पंपिंग चैंबर्स का साइज बढ़ता है जिससे उसे ज्यादा पंप किए बिना भी शरीर में जरूरत के अनुसार खून पहुंचाने में मदद मिलती है।

स्टैमिना बढ़ना
ऐरोबिक्स से हार्ट रेट कंट्रोल करने में मदद मिलती है। हार्ट रेट कंट्रोल होने पर व्यक्ति को एक्सर्साइज करने की ड्यूरेशन को बढ़ाने में मदद मिलती है। इससे सबसे ज्यादा स्टैमिना बढ़ता है जिससे थकान जल्दी नहीं होती। स्टैमिना बढ़ने का पॉजिटिव असर दिनचर्या पर भी देखने को मिलता है।

स्ट्रेस और ऐंग्जाइटी करता है दूर
रोजाना ऐरोबिक्स करने से स्ट्रेस, ऐंग्जाइटी व डिप्रेशन जैसी समस्याओं का सामना करने में भी मदद मिलती है। इसके साथ ही दिल की बीमारी के खतरों को कम करने, हाई बीपी प्रेशर को कंट्रोल करने व शरीर में गुड कॉलेस्ट्रॉल बढ़ाने में भी मदद मिलती है।

वेट कंट्रोल
ऐरोबिक्स में आपके पूरे शरीर का वर्कआउट होता है, इस वजह से वेट को कंट्रोल में रखा जा सकता है। रोजाना 30 से 60 मिनट तक ऐरोबिक्स करें और फर्क आप खुद देख सकेंगे।ऐरोबिक्स की शुरुआत करने पर धीरे-धीरे एक्सर्साइज का समय बढ़ाएं। एक दम से ज्यादा समय तक ऐरोबिक्स करना शरीर के लिए नुकसानदेह हो सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि शुरुआत में आपके शरीर को इतनी देर तक वर्कआउट करने की आदत नहीं होती है। समय के साथ ही वह इसमें ढल सकता है।

 

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