बल्लभगढ : आगामी 13 जनवरी को सवर्ण वर्ग और देश के विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा अग्रवाल धर्मशाला बल्लभगढ में सवर्ण सम्मेलन करने की घोषणा की गई है जिसमें सवर्ण आंदोलन समिति का गठन किया जायेगा। इस बात का निर्णय आज तिरखा कालोनी में आयोजित की गई सामाजिक कार्यकर्ताओं की मीटिंग में लिया गया। इस सवर्ण सम्मेलन के माध्यम से आरक्षण और एससी एक्ट जैसे दोहरे कानूनों को बिलकुल खत्म करके एक नागरिक एक कानून बनाए जाने की मांग की जा रहीं है।
जिसमें ब्राह्मण, राजपूत, वैष्य, जाट और पंजाबी समाज के लोग हिस्सा लेंगे। प्रैस को जारी एक ब्यान में सवर्ण आंदोलन समिति के राष्ट्रीय संयोजक दीपक गौड़ ने कहा कि इस आंदोलन में सभी सरकारी और गैर सरकारी कर्मचारी व अधिकारी और विभिन्न सामाजिक कार्यकर्ता अपनी मर्जी से जुड रहे हैं। सामाजिक आंदोलन के जरिए, समिति शतिपूण तरीके से सरकार और सुप्रीम कोर्ट तक अपनी बात पहुंचाने के लिए कार्य करेगी। इस मौके पर आरक्षण विरोधी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय शर्म ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा सर्वणों को दिया जा रहा 10 प्रतिषत आरक्षण नाकाफी है, यह उंट के मुह में जीरे के समान है। सर्वणों की जनसंख्या देष में करीब 41 प्रतिषत है। जबकि 19 प्रतिशत एससी-एसटी के लिए साढे 22 प्रतिशत आरक्षण है। उन्होंने कहा कि एससी एक्ट में र्निदोश लोगों को फसाया जा रहा है और जब तक एससी एक्ट पूर्णतयय समाप्त नहीं होगा, हमारा आंदोलन जारी रहेगा। आरक्षण के कारण योग्य प्रतिभाओं का गला घोटकर अयोग्य व नाकारा लोगों को इंजीनियर व वैज्ञानिक बनाया जा रहा है जिससे हमारा देश न सिर्फ आर्थिक दृष्टि से बल्कि तकनीकि में भी पिछड रहा है, समिति के माध्यम से आरक्षण और एससी एक्ट जैसे दोहरे कानूनों को बिलकुल खत्म करके एक नागरिक एक कानून बनाए जाने की मांग की जा रहीं है।
आज की मीटिंग मे पार्टी के दीपक गौड़ के अलावा संजय शर्मा प्रताप शर्मा, संजय सहाय कुलश्रेष्ठ, रामवकील शर्मा, जयकिषन षर्मा, राजेंद्र शर्मा, आशीश दीक्षित, धर्मवीर शर्मा, हरीश त्रेहान व रामहरि सहित अनेक गणमान्य लोग व कार्यकर्ता मौजूद थे।