तोक्यो: निसान के पूर्व प्रमुख कार्लोस घोसन ने उनकी जमानत अर्जी खारिज किये जाने के फैसले को चुनौती दी। घोसन पर वित्तीय गड़बड़ियों के तीन आरोप हैं।
वाहन क्षेत्र के दिग्गज कारोबारी की 19 नवंबर की सनसनीखेज गिरफ्तारी हुई थी। इसके बाद से तोक्यो के हिरासत केंद्र में उनसे पूछताछ चल रही है। उन पर अपने वेतन को कम करके बताने और निजी घाटे को कंपनी पर थोपने की कोशिश का आरोप है। इससे पहले 11 जनवरी को उन पर दो मामलों में औपचारिक तौर पर आरोप तय किये गए और उनकी जमानत अर्जी नामंजूर हो गयी। यहां तक कि उनके वकीलों ने भी स्वीकार किया है कि घोसन को सुनवाई पूरी होने तक जेल में रहना पड़ सकता है, जिसमें छह महीने तक का समय n सकता है।