नई दिल्ली : आज 1 अप्रैल है यानी नया वित्त वर्ष शुरू हो गया है। आज से ही लोग अपनी टैक्स प्लानिंग भी शुरू कर देते हैं। सलाहकारों का मानना है कि टैक्स प्लानिंग की शुरुआत जितनी जल्दी कर लें उतना अच्छा रहता है। टैक्स सेविंग में इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) मददगार होती हैं।
इक्विटी लिंक्सड सेविंग्स स्कीम में निवेश कर टैक्स में छूट पाई जा सकती है। टैक्स छूट देने वालीं ELSS में 3 साल का लॉक-इन-पीरियड होता है, यानी आप 3 साल तक पैसे को निकाल नहीं सकते।
वैल्यू रिसर्च के सीईओ धीरेंद्र कुमार ने कुछ ELSS फंड के नाम सुझाए हैं जिनमें निवेश किया जा सकता है। ये स्कीमें बाकी के मुकाबले नई हैं लेकिन इन्होंने जोखिम की अपेक्षा बेहतर रिटर्न दिया है।
इस फंड के पोर्टफोलियो में कई अच्छे शेयर हैं। यह अलग बात है कि पोर्टफोलियो का झुकाव लार्जकैप की तरफ ही ज्यादा है। हाल के समय में ज्यादातर लार्जकैप फंड अपने बेंचमार्क को मात देने में विफल रहे हैं। कारण है कि इंडेक्स के रिटर्न में मुख्य रूप से 6-8 शेयरों की भूमिका रही है।
यह फंड बाजार में काफी समय से मौजूद है। इसका पूरा निवेश लार्जकैप शेयरों में है। इस कारण पोर्टफोलियो में बहुत उठापटक देखने को नहीं मिलती है। जो निवेशक बहुत जोखिम नहीं ले सकते हैं, उनके लिए यह स्कीम बहुत फायदेमंद साबित हुई है। जहां लार्जकैप फंडों पर फोकस करने वाली ज्यादातर स्कीमों ने संघर्ष किया है। वहीं, इस स्कीम ने अच्छे अंतर से अपने बें ।
बेशक, इस फंड में उथल-पुथल रही है। लेकिन, जिन निवेशकों ने 5-7 साल की अवधि तक इसमें पैसा लगाए रखा है, उनको स्कीम ने बढ़िया फायदा पहुंचाया है। यह अपने खराब प्रदर्शन की भरपाई करने में बहुत तेज रही है।
इस फंड का पोर्टफोलियो काफी केंद्रित रहा है। पोर्टफोलियो लार्जकैप शेयरों की तरफ झुका है। यदि कोई सिर्फ एक फंड में निवेश करना चाहता है तो यह रणनीति काम आ सकती है। हालांकि, निकट अवधि में यह निराश भी कर सकती है। लेकिन, यह बात मायने नहीं रखती है. कारण है कि जब आप टैक्स सेविंग फंड में निवेश करते हैं तो आप ऐसे भी पैसे को तीन साल के लिए लॉक कर देते हैं।