पलवल । जिला एवं सत्र न्यायाधीश अशोक कुमार वर्मा एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी एवं सचिव पीयूष शर्मा के मार्गदर्शन में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पलवल की ओर से एक कार्यशाला का आयोजन किया गया, जिसमें सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मानसिक एवं बौद्धिक विकलांग बच्चों को सरकार द्वारा दी जा रही कानूनी सहायता के बारे में बताया गया।
कार्यशाला में आंगनवाड़ी वर्कर्स जो गांव-गांव जाकर मानसिक एवं बौद्धिक विकलांग बच्चों को सरकार द्वारा दी जा रही कानूनी सहायता के बारे में सभी ग्रामवासियों को अवगत कराएंगी। इस अवसर पर उन्हें बताया गया कि यदि उन्हें कभी कोई ऐसा बच्चा मिलता है तो उससे विकलांग पेंशन प्रमाण पत्र कैसे और कहां से बनवाना है के बारे में पूर्ण जानकारी दी गई। इस कार्यशाला में अधिवक्ता ईश्वर कुमार एवं कमलेश तेवतिया ने भी आंगनवाड़ी वर्कर्स को नालसा स्कीम के बारे में बताया। इस अवसर पर 100 से अधिक आंगनवाड़ी वर्कर्स मौजूद रही।
इस कार्यशाला में पीयूष शर्मा ने बताया कि विकलांग बच्चों के साथ हमें कैसे व्यवहार करना चाहिए और किस प्रकार उनकी कमजोरी को उनकी ताकत बनाने की कोशिश करना चाहिए। उन्होंने बताया की इस तरह के विकलांग बच्चों के लिए जिले में अलग-अलग इंस्टिट्यूट चल रहे हैं। अगर कोई बच्चा ऐसा पाया जाता है तो उसके अभिभावक बच्चे को वहां दाखिला दिलवा कर बच्चे का भविष्य सुधार सकते हैं।