नई दिल्ली : कैप्टन विराट कोहली मैदान पर जितने आक्रमक दिखते हैं, अपने साथी खिलाड़ियों के साथ वह उतने ही प्यार से पेश आते हैं। विराट अपने साथी खिलाड़ियों को हर तरह से सपॉर्ट करने को तैयार रहते हैं। हाल में पदार्पण टेस्ट खेलने वाले शार्दुल ठाकुर ने बताया है। शार्दुल को वेस्ट इंडीज के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला और वह टीम इंडिया के 294 टेस्ट क्रिकेटर बन गए। लेकिन 10 गेंद डालने के बाद उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा क्योंकि दुबई में एशिया कप के दौरान लगी ग्रोइन की उनकी चोट फिर से उबर गई थी। वेस्ट इंडीज की पारी के चौथे ओवर की चौथी गेंद करने के बाद ठाकुर दर्द से परेशान दिखे और लंगड़ाते हुए चलने लगे। पहले ही टेस्ट मैच में इंजरी होने पर शार्दुल काफी दुखी थे और उस वक्त कप्तान विराट ने उन्हें संभाला था। शार्दुल ने कहा, ‘मैं उस वक्त अपने आप से बहुत गुस्सा था और रो रहा था। अपने डेब्यू मैच की शुरुआत भला कौन ऐसे करना चाहेगा। कोई नहीं। यह सच में बहुत बुरा अहसास था।’ शार्दुल बताते हैं कि उनके मैदान से जाने के बाद विराट फटाफट ड्रेसिंग रूम में उनके पास पहुंचे और पूछा कि क्या हुआ है।
विराट के हेल्पिंग नेचर का जिक्र करते हुए शार्दुल ने आगे कहा, ‘विराट भाई ने मेरी हालत देखी। मैं दुखी था और रो रहा था, उस वक्त उनके शब्दों ने मुझे मेरे निराशाभरे वक्त से निकलने में मदद की। उन्होंने भारतीय टीम के फिजियो से बात की और मुझे आराम करने की सलाह दी, वह बोले कि मैच के बाद वह मुझसे बात करेंगे।’ शार्दुल ने आगे कहा कि मैच के बाद विराट भाई आए, फिर मेरी चोट के बारे में पूछा और बोले कि खिलाड़ियों के साथ ऐसा होना आम बात है। वह अब भी मुझसे वक्त-वक्त पर बात करते हैं और जल्द ठीक होने के लिए टिप्स भी देते हैं। बता दें कि यह दूसरी बार है जब 26 वर्षीय खिलाड़ी शार्दुल लगातार दो अंतरराष्ट्रीय मैचों में बाहर हुए हैं।