तेजी से बढ़ते वायु प्रदूषण की वजह से दिल और सांस की बीमारी ही नहीं बल्कि ब्रेन स्ट्रोक का खतरा भी बढ़ता जा रहा है। पलूशन और स्मॉग की वजह से ब्रेन स्ट्रोक और ब्रेन हैमरेज के मामले बढ़ रहे हैं।
दूषित हवा में ज्यादा देर रहने से बचें
प्रदूषित हवा में ज्यादा समय रहने से बचना चाहिए। इन दिनों मौसम ठंडा होने के कारण प्रदूषण जमीन से ज्यादा ऊपर नहीं उठ पाता है और घातक तत्व 10 से 20 फुट की ऊंचाई पर ही रहते हैं। यह तत्व सांस के साथ शरीर के अंदर चले जाते हैं और उनका दुष्प्रभाव शरीर पर पड़ता है। इसका सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को रहता है क्योंकि उनका दिमाग विकसित हो रहा होता है और ऐसे में प्रदूषित तत्व शरीर के अंदर पहुंचने से न केवल उसका विकास रुकता है बल्कि उनके दिमाग संबंधी रोगों की चपेट में आने की भी आशंका रहती है।
ब्रेन स्ट्रोक के लक्षण
हंसने में दिक्कत होना
होंठों का बेतरतीब फैल जाना
बांह का सुन्न होना
बोलने में लड़खड़ाहट होना
ऐसे बच सकते हैं आप
ब्रेन स्ट्रोक से बचने के लिए बीपी, डायबीटीज और वजन को कंट्रोल में रखना चाहिए। बिना डॉक्टर की सलाह के दवा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। खाने में हरी सब्जी और फल की मात्रा बढ़ाएं। लो कलेस्ट्रॉल, लो सैच्युरेटेड फैट को डायट में शामिल करें। शराब और धूम्रपान को छोड़ नियमित व्यायाम को दिनचर्या में शामिल करें।