
सीबीएसई नए प्रारूप में वोकेशनल सबजेक्ट का टेस्ट भी शामिल करने का फैसला लिया है|नए प्रारूप वाले प्रश्नपत्र में स्टूडेंट्स की विश्लेषणात्मक क्षमता को परखा जाएगा. इससे रटने की प्रवृत्ति पर लगाम लग सकता है बोर्ड का प्रयास है कि स्टूडेंट्स के बीच रटने का चलन पूरी तरह से बंद हो जाए. इससे छात्रों में सोचने-समझने की क्षमता का विकास होगा, जो आगे चलकर उनके लिए लाभदायक साबित होंगे. नए पैटर्न में ज्यादातर सवाल एक से 5 नंबर वाले होंगे.
इस सिलसिले में सीबीएसई ने नई गाइडलाइन्स मंत्रालय को सौंपी है. इसके मुताबिक स्कूलों की पढ़ाई की गुणवत्ता पर फोकस किया जाएगा. साथ ही स्कूलों में बुनियादी ढांचे के निरीक्षण के लिए, बोर्ड मान्यता प्राप्त अधिकारियों से निरीक्षण करवाकर रिपोर्ट तैयार कराएगा.