नई दिल्ली । रुपये की शुरुआत हल्की बढ़त के साथ हुई। डॉलर के मुकाबले रुपया 5 पैसे बढ़कर 73.41 के स्तर पर खुला। यह दो हफ्ते का ऊपरी स्तर है। डॉलर के मुकाबले रुपया कल 37 पैसे बढ़कर 73.46 के स्तर पर बंद हुआ था। रुपये में मजबूती की वजह डॉलर का कमजोर होना बताया जा रहा है। पिछले कुछ दिनों से डॉलर में दूसरी मुद्राओं के मुकाबले कमजोरी देखने को मिल रही है।
गौरतलब है कि रुपया इस साल 15 फीसद से ज्यादा गिर चुका है। सोमवार को रुपये ने भारत के वित्तीय घाटे के कम होने की खबरों के बाद आखिरी घंटों में रफ्तार पकड़ी। साथ ही डॉलर में कमजोरी आने का फायदा रुपये को मिला। रुपये में पिछले काफी समय से गिरावट का दौर बना हुआ है। एक डॉलर के मुकाबले रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर को पार कर चुका है। डॉलर की लगातार मजबूती और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी का असर रुपये पर दिख रहा है।
बुधवार को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स करीब 400 अंकों की तेजी के साथ खुला। सेंसेक्स में सबसे ज्यादा मजबूती आईटीसी, इन्फोसिस, कोल इंडिया और आईसीआईसीआई के काउंटर पर है जबकि यस बैंक, अडानी पोर्ट्स, मारुति और महिंद्रा एंड महिंद्रा के काउंटर दबाव में काम कर रहे हैं
सोमवार को पीएम मोदी ने तेल कंपनियों के साथ बैठक की थी। इसमें उन्होंने तेल कंपनियों को गिरते रुपये को संभालने के लिए कदम उठाने के लिए कहा था।
डॉलर के मुकाबले रुपये में आई मजबूती और एशियाई बाजारों के बेहतर संकेतों के दम पर बाजार में लगातार चौथे ट्रेडिंग सेशंस में तेजी का माहौल रहा।