फरीदाबाद, 07 सितम्बर।
गांॅव भुआपुर में खाद्य एवं पौषाहार विस्तार इकाई के साथ मिलकर राष्ट््रीय पौषाहार सप्ताह मनाया गया। इस बार पौषाहार की थीम बच्चे के पहले 1000 दिनों के दौरान पौषण के तहत सम्बोधित करने पर केन्द्रित हस्ताक्षेप सुनिश्चित करनाः-बेहतर बाल स्वास्थ्य है, रखी गई।
इस कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी मीनाक्षी चैधरी ने आंगनवाड़ी वर्करों को पौषाहार महा जन आन्दोलन के तौर पर मनाने बारे आग्रह किया, ताकि कुपोषण को जड़ से मिटाया जा सके। उन्होंने कुपोषण को दूर करने के लिए पौषाहार सम्बन्धी जानकारी दी तथा गर्भावस्था से ही मां एवं शिशु दोनों की स्थिति का आंकलन करते हुए दोनों के वजन एवं पौषण का ध्यान रखने बारे आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को बताया, ताकि कुपोषण के चक्र को शुरूआत में ही रोका जा सके।
इस दौरान आंगनवाड़ी वर्करों द्वारा पौषण पर सकिट का भी आयोजन करवाया गया। कार्यक्रम में आंगनवाड़ी वर्करों के लिए कम कीमत में पौष्टिक व्यंजन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया तथा प्रथम स्थान पर निर्मला, द्वितीय स्थान पर विमला गांव सदपुरा तथा तृतीय स्थान पर गीता गांव फरीदपुर को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी द्वारा विभाग की स्कीमों प्रधानमंत्री मातृत्व बीमा योजना, आपकी बेटी हमारी बेटी स्कीम के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए ज्यादा से ज्यादा संख्या में फार्म भरने बारे बताया गया ।
इसके अलावा इस कार्यक्रम में नरेश कुमार ने खाद्य एवं पौषाहार विस्तार इकाई से पौषाहार एवं स्वास्थ्य सम्बन्धी महत्वूपर्ण जानकारी दी गई । इस कार्यक्रम में परियोजना की सुपरवाईजर्स पिंकी शर्मा, मधु तथा मायादेवी के अलावा आंगनवाड़ी वर्कर, हैल्पर तथा अन्य महिलाओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया।