नई दिल्ली । कच्चे तेल की ऊंची कीमतें और करेंसी को हो रहे नुकसान से एयरलाइन कंपनियों के इस साल घाटे में रहने का अनुमान है। यह अनुमान रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने अपनी रिपोर्ट में लगाया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक एयरलाइन्स कंपनियों को किराए में 12 फीसद का इजाफा करने की जरूरत है ताकि वह खुद को महंगे कच्चेे तेल और कमजोर रुपए की दोहरी मार से बचा जा सके।
रिपोर्ट के मुताबिक एविएशन टर्बाइन फ्यूल की कीमत, जो कि एयरलाइन्स की कुल लागत का 35 से 40 फीसद हिस्सा होती हैं उसके औसत रुप से 28 फीसद ज्यादा होने का अनुमान है। इसके अलावा रुपये की कमजोरी कर्ज में और बढ़ोतरी की वजह बनेगी। क्रिसिल रेटिंग के डायरेक्टर नितेश जैन ने बताया, “एयरलाइन्स के पास भारी भरकम विदेशी कर्ज है जबकि उसे राजस्व रुपये में प्राप्त होता है।”