प्योंगयांग : उत्तर कोरिया ने कल कहा है कि वह अवैध प्रवेश को लेकर हिरासत में लिए गए एक अमेरिकी नागरिक को स्वदेश भेजेगा। यह खबर ऐसे समस में आई है, जब उत्तर कोरिया ने एक नए हाई-टेक हथियार का परीक्षण किया है। ऐसे में उसके एक कदम से लग रहा है कि वह अमेरिका के साथ अपने संबंधों को आगे बढ़ाना चाहता है, जबकि दूसरे कदम से लग रहा है कि वह इन संबंधों को लेकर गंभीर नहीं है।गौरतलब है कि उत्तर कोरिया अमेरिकी नागरिकों की हिरासत अवधि बढ़ाता रहा है।
उनकी रिहाई के लिए अमेरिका के उच्चाधिकारियों की प्योंगयांग यात्राओं के बाद उसके रवैए में थोड़ा बदलाव हुआ है। उत्तर कोरिया ने अमेरिकी विश्वविद्यालय के छात्र ओट्टो वार्मबियर को 17 महीने तक हिरासत में रखने के बाद कॉमा की हालत में पिछले साल रिहा किया था, लेकिन रिहाई के कुछ दिन बाद ही उसकी मौत हो गई थी।
उत्तर कोरिया ने अपने नेता किम जोंग उन की 12 जून को सिंगापुर में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप से होने वाली मुलाकात से पहले मई में सद्भावना के तौर पर तीन अमेरिकी बंदियों को रिहा किया था। ये तीनों लोग अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो के साथ एक विमान से स्वदेश पहुंचे थे। शिखर सम्मेलन के कुछ हफ्ते बाद उत्तर कोरिया ने 1950-53 के कोरिया युद्ध में मारे गए दर्जनों परिकल्पित अमेरिकी सैनिकों के अवशेष वापस किए थे।